कैसे आता है जीवन में बदलाव ?

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 अपनी खुशियों के लिए तुम दूसरो पर आश्रित रहते हो, कभी ये क्यों नहीं सोचा जिनके लिए तुम दिन रात सोचते हो वो भी तुम्हारे लिए सोचते है या नहीं ? 





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आज कल के कुछ युवा हिम्मत हार जाते है, उन्हें लगता है कि सब कुछ उन्हें बना बनाया मिल जाए मगर ऐसा नहीं होता, ये जिंदगी है, कोई खेल नहीं, जिंदगी को यदि गंभीरता से नहीं लिया गया तो ये जिंदगी कभी तुम्हे बेहतर दिशा नहीं प्रदान कर सकती है। 


 1. किस्मत के भरोसे रहने वाले ध्यान दे। 


किस्मत के भरोसे रहने वालो को तमाम उम्र आज तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ और ना ही हो सकता है, क्योकि तुम्हारी किस्मत भी तुम्हारी  ही मोहताज होती  है, अपने कठिन प्रयासों से जो अपनी किस्मत को सवारने में लग जाता है, वही इंसान एक दिन अपना नाम और पहचान बना पाने में सफल होता है। 


मैं सभी युवा पीढ़ी से एक ही बात कहना चाहूंगी भूल सबसे होती है,जिंदगी में हार और जीत लगी रहती है,दुख सुख भी आते जाते रहते है, अपमान भी जीवन में एक बार सबको सहना पड़ता है, इसका मतलब ये नहीं तुम अपनी जिंदगी से नफरत करने लगोगे और हर वक्त नकारात्मकता से घिरे रहोगे, यदि कोई परेशानी तुम्हारे दिमाग को अशांत करने का प्रयास कर रही, यदि किसी के द्वारा कहे गए कठोर शब्द तुम्हारे दिमाग में शोर की वजह है, तो इससे बाहर निकलने का एक ही रास्ता है, वो रास्ता बस तुम जान सकते हो कोई अन्य नहीं क्योकि समस्या यदि तुम्हारे पास चल कर आई है तो उसका हल भी अवश्य ले कर आई होगी जिसे तुम्हे ढूंढने का प्रयास करना है। 


2. क्या आप भी किसी की बातों को सोच कर परेशान रहते है ?


तुम खुद से बस एक ही सवाल पूछो जिसने तुम्हे दुख पहुंचाया है वो क्या तुम्हारा अपना है ? यदि वो अपना होता तो तुम्हे दुख पहुंचाने से पहले कई बार सोचता, यदि वो कोई गैर है तो तुम्हे बिल्कुल भी उसकी बातो से परेशान नहीं होना चाहिए क्योकि गैरो को तुम्हारे दर्द और तकलीफ से कोई मतलब नहीं, फिर क्यों तुम उसके लिए अपना कीमती समय नष्ट कर रहे हो ? क्योकि जिसने तुम्हे तकलीफ पहुंचाई है उसका काम तो सफल हो गया वो यही चाहता था कि तुम उसकी बातो से दुखी रहो और तुम बिल्कुल उसकी सोच के मुताबिक कार्य कर रहे हो, क्या ये सही है ? तुम अपने साथ ना इन्साफ़ी नहीं कर रहे ?


तुम बेवजह भगवान को दोषी मानते हो, क्या भगवान ने कहा तुम उदास रहो ? तुम किसी पर भी विश्वास कर लो ? तुम अपनी खुशियों के लिए किसी दूसरे पर आश्रित रहो ? तुम अपना जीवन किस्मत के भरोसे बिता दो ? तुम किसी के प्यार को पाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दो ? क्या भगवान ने कहा किसी के साथ धोखा करो  ? क्या भगवान ने कहा किसी को दुख पहुंचाओ ?


3. प्यार को ढूंढने की जरूरत नहीं होती


एक बात जीवन में हमेशा याद रखना सच्चे प्यार को ढूंढने की जरूरत नहीं होती वो एक दिन खुद चल कर तुम्हारे पास आएगा, मगर जल्दबाजी में बिना सोचे बिना जाने तुम हर तरफ प्यार को तलाशोगे तो यकीनन तुम्हारी नजरे धोखा खाएगी फिर तुम उसके शोक में अपना तमाम जीवन बर्बाद कर लोगे। 


युवाओं से मेरा यही अनुरोध है कि जो उम्र आप सभी को अपने करियर और पढ़ाई को देना चाहिए वो उम्र आप फालतू के काम में बर्बाद करेंगे तो बाद में आपको असफलता और दुख के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होगा, क्योकि उम्र किसी का इंतेजार नहीं करता,  ना ही समय किसी के लिए बैठा रहता है।


जो जीवन में अपने समय के साथ अपना हर कार्य करता है वही जिंदगी और किस्मत से लड़ कर जीत हासिल करता है। 


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