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आज तक आप सभी ने जितने भी किताबों को पढ़ा, लोगों से सुना, यहां तक आप सब यूट्यूब पर कई वीडियो देखते आए जिसमें ट्विन फ्लेम के विषय में काफी बातें बताई गई है। कुछ यूटूबर कहते है आज आपके ट्विन की एनर्जी रीडिंग क्या है इसे जाने आपके ट्विन आपके बारे में क्या सोच रहे है, तो आप में से कुछ लोग खुद को ट्विन समझने लगते है। यही आप में से कुछ लोगों की सबसे बड़ी भूल होती है। मेरी बातें आज भले ही आप में से कुछ लोगो को बुरी लग सकती है मगर यही सच्चाई है जिसे मैं आज संसार के समक्ष प्रस्तुत करने जा रही हूँ। ताकि आप में से कुछ लोग वहम से बाहर आ जाए।
* ट्विन फ्लेम (Twin flame) का अर्थ।
ट्विन - जुड़वा, फ्लेम - लौ (ज्योति)= अर्थात जो एक दूसरे से जुड़े हो जो एक ही शरीर का आधा हिस्सा है जिनके मिलने से चारों ओर एक दिव्य प्रकाश की अनुभूति होती है जो हर घने अंधकार को अपनी रौशनी से दूर कर देता है जो पवित्र प्रेम की परिकाष्ठा है जिनका साथ सिर्फ एक जन्म का नहीं बल्कि युगो युगो का है, बिछड़ कर नहीं बिछड़ते क्योकि एक ही शरीर की दो आत्मा है, छल-कपट, झूठ,स्वार्थ,लोभ,ईर्ष्या,अहंकार से जो मुक्त है यही ट्विन फ्लेम होने का एकमात्र सबूत है।
ट्विन कभी किसी और के साथ कोई संबंध नहीं जोड़ सकता,ट्विन कभी अपने ट्विन से अलग नहीं हो सकता। आज कल सोशल मीडिया पर ना जाने कितने ऐसे लोग है जो खुद को ट्विन फ्लेम समझने लगे है। आप ट्विन के विषय में कितना जानते है ? ट्विन फ्लेम कोई साधारण इंसान हो ही नहीं सकता, यदि हर कोई ट्विन फ्लेम होता तो आज संसार में प्यार शर्मसार ना होता।
* ट्विनफ्लेम का वास्तविक परिचय।
ट्विन फ्लेम ईश्वर का स्वरुप माना जाता है आप शायद नहीं जानते क्योकि आप यूटूबर की बातों में आ कर भ्रमित हो चुके है। शिव और शक्ति, कृष्ण और राधा ही ट्विन फ्लेम माने जाते है उनका अर्धनारीश्वर स्वरुप इस बात का प्रमाण है। यदि ट्विन को अपने ट्विन से अलग कर दिया जाए तो वो एक पल भी रह नहीं पाएगा। ट्विन फ्लेम होना सबके बस की बात नहीं ये एक ऐसी यात्रा है जिसमे मिलन के साथ बिछोह भी है। खुशी के साथ गम भी है, ये एक ऐसी यात्रा है जिसमे चल पाना सबके बस में कहां। ये रिश्ता दिल और आत्मा का है मगर आज इस कलयुग में आप मनुष्य खुद को ट्विन फ्लेम समझते है तो क्या आप तन को भुला कर केवल दिल और आत्मा का रिश्ता जोड़ सकते है ? ट्विन फ्लेम को अपने ट्विन से कुछ भी कहना नहीं पड़ता वो बिना कहे एक दूसरे के दिल की बातें जान लेते है। दोनों में से एक को भी पीड़ा होगी तो उस पीड़ा की अनुभूति दोनों को होगी। बिना किसी शर्त, बिना किसी ख्वाईशो के दोनों एक दूसरे को प्यार करते है।
* निष्कर्ष -
फिजिकल रिलेशनशिप से कहीं बढ़ कर माना जाता है दिल और आत्मा से जुड़े रिश्ते को।ट्विन फ्लेम अपने ट्विन से कुछ भी मांग नहीं करता ना कोई शर्त होता है ये रिश्ता बस दिल और आत्मा से जुड़ा होता है। यदि हर कोई ट्विन फ्लेम हो जाता तो दुनिया में पाप नहीं होता। ट्विन फ्लेम का कर्म होता है न्याय और धर्म को कायम रखना वो अपने फर्ज को निभाने कुछ उदेश्य को ले कर इस धरा पर जन्म ले कर आते है मगर कोई इंसान नहीं वो स्वयं शिव और शक्ति होते है।
I really liked it, you have done a great job today, many youtubers mislead people regarding twin flame, today you have cleared all the doubts by giving a real and beautiful description of twin flame.👍
ReplyDeleteThank you so much..
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