जब एक मौका आपको मिला हैं तो उस मौके का सही से उपयोग करना सीखे क्योकि ये जिंदगी किसी को भी बार-बार नहीं मिलती जब ईश्वर ने आपको ये जीवन दिया हैं तो अपने इस जीवन को सार्थक बनाएं। हमेशा याद रखे आपका भविष्य आप पर निर्भर हैं आप भविष्य पर निर्भर नहीं तो अपने भविष्य को सवारना ना सवारना आपके हाथ में हैं।
अतीत में क्या रखा हैं ?
जो गुजर गया वो लौट कर वापस आ नहीं सकता चाहे वो इंसान हो या समय,यदि आप अपने को अतीत बार-बार याद कर दुखी होते हैं तो यकीनन इसके जिम्मेदार भी आप स्वयं ही हैं,जो अपने आज को और अपने भविष्य को अतीत की बुरी यादो में बर्बाद कर रहे हैं इससे आगे चल कर आपका ही अहित होगा यदि आप अपने अतीत की तरह अपना भविष्य बुरा नहीं चाहते तो आज ही खुद से खुद के लिए एक फैसला ले की मैं अपने अतीत को अपनी जिंदगी की खुशियों पर कभी हावी नहीं होने दूंगा,यकीन माने आप कभी अपने जीवन में निराश नहीं होंगे।भावनाएं सभी के अंदर होती हैं मगर अपनी परिस्थिति को देख अपने हालात से लड़ कर कुछ लोग अपनी भावनाओं पर काबू पा लेते हैं तो कहीं पे कुछ लोग भावनाओं में बह जाते हैं जो उनके लिए हितकारी नहीं साबित होती।
इस संसार में एक कागज के टुकड़े का इतना महत्व हैं जिसके समक्ष यदि ईश्वर भी खड़े हो जाए तो लोग पहले पैसे को ही चुनेगे एक कागज का टुकड़ा जिसपे सरकार ने मुहर लगा दी तो उसका इतना महत्व हो गया मगर जो मानव जीवन तुम्हे ईश्वर ने दिया हैं सोचो उसका कितना महत्व हैं क्योकि तुम्हे बनाने वाले स्वयं ईश्वर हैं और कागजी नोट-पैसे तो इंसानों द्वारा निर्मित किया गया हैं। पैसे तो आज गए तो कल लौट कर वापस आ जाएंगे मगर जो जीवन एक बार चला गया क्या वो लौट कर पुनः वापस आ सकता हैं ?
परिश्रम कौन नहीं करता चाहे इंसान हो या भगवान परिश्रम सब करते हैं और इंसानों की तुलना में मैं कभी ईश्वर को नहीं लाती मगर आज इस संसार के मनुष्यों को हकीकत से रूबरू कराने के लिए मुझे उन्हें जीवन के महत्त्व और कर्तव्य से परिचित कराने के खातिर ऐसा कहना पड़ेगा। संसार में रहने वाले मनुष्यों तुमसे अधिक श्रम ईश्वर करते हैं ईश्वर का कार्यभार बहुत ही कठिन हैं एक परिवार को संभालने में तुम मनुष्य घबराने लगते हो सोचो ईश्वर समस्त चराचर जीवों का कैसे परवरिश करते हैं ?
फिर भी ईश्वर कभी अपने कर्तव्य से मुख नहीं मोड़ते ना ही निराश होते हैं। इसलिए जो लोग अपनी कीमती जिंदगी को दांव पर लगा देते हैं उन्हें कभी ऐसा नहीं करना चाहिए क्योकि बार-बार ये जिंदगी किसी को मौका नहीं देती जिंदगी की कीमत का पता लगा पाना इतना सरल नहीं।
जब आप कोई अच्छा कार्य करते हैं या आप अच्छे व्यक्तित्व को अपनी जिंदगी में शामिल कर आगे बढ़ते हैं तो समाज में हर कोई आपकी प्रसंशा करता हैं मगर यदि आप किसी गलत रास्ते का चुनाव करते हैं किसी को तकलीफ पहुंचाने का प्रयास करते हैं तो आप एकमात्र समाज में ही अपमानित नहीं होते बल्कि ईश्वर की नजरों से भी गिर जाते हैं।
अच्छे लोगो के लिए हर कोई अच्छा सोचता हैं उनकी सलामती की दुआ करता हैं मगर बुरे लोगो की अश्लीलता कुरुरता को देख हर कोई उसे ना कहने योग्य कई बाते कहता हैं तो कोई उसकी मौत की दुआ करता हैं अब स्वयं विचार करे आप अपनी जिंदगी को किस रूप में देखना चाहते हैं फैसला आपके हाथों में हैं एक बात का अवश्य ध्यान रखे आपका एक फैसला आपकी पूरी जिंदगी को बदल सकता हैं अच्छा या बुरा सब इंसान की सोच और आदतों पर निर्भर करता हैं।
जीवन में जब इंसान की मर्जी से कुछ नहीं हो पाता या किसी कार्य में इंसान को सफलता नहीं मिल पाती तो इंसान अपनी जिंदगी से हार मान लेता हैं और अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला कर लेता हैं यही इंसान की सबसे बड़ी भूल कहलाती हैं क्या मिलेगा तुम्हे जीवन को खत्म कर के जो तुम्हे जीते जी नहीं मिला क्या मर कर उसे तुम पा लोगे ?
यदि तुम जीवित रहोगे तो हो सकता हैं तुम्हे अपने कार्य में अपने करियर और जीवन में सभी प्रकार की खुशियां सफलता प्राप्त हो सकती हैं मगर एक बार जो जिंदगी खत्म कर लेते हैं वो दुबारा चाह कर भी लौट कर नहीं आ सकते, लोग भी उसकी निंदा करते हैं जो आत्महत्या करने का पाप करता हैं उसे सब कायर- बुजदिल कहते हैं। अब स्वयं विचार करो मर कर तुम्हे ना तो कामयाबी हासिल हो सकती हैं और ना ही ये अनमोल जीवन,तुम्हे अब निर्णय स्वयं करना हैं।

