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1. बड़े बुजुर्गों का हमारे जीवन में महत्व।
हमारे बड़े बुजुर्ग हमारे जीवन में बहुत महत्त्व रखते हैं। जैसे एक अंधकार भरे कमरे में बिजली की रौशनी से प्रकाश फ़ैल जाती हैं, ठीक उसी प्रकार हमारे घर में बड़े बुजुर्गो के साए से घर की रौनक बढ़ जाती हैं। जीवन के हर उतार चढाव में हर सुख दुःख में हमारा सही मार्गदर्शन हमारे बड़े बुजुर्ग ही कर पाने में सक्षम होते हैं। क्योकि हमारे बड़े बुजुर्गो ने हमसे कई ज्यादा जीवन जिया हैं और दुनिया को देखा और समझा हैं।आप बड़े हो जाते है तो इसका मतलब ये नहीं की आप अपने माता पिता और बुजुर्गो से ज्यादा तजुर्बेदार हो गए हैं। अक्सर कई घरो में लोग अपने बड़े बुजुर्गो को एक पुराने समान की तरह समझते हैं उन्हें अपने ही बुजुर्ग माता पिता और दादा दादी बोझ लगने लगते हैं। कई घरो में तो लोग अपने बड़े बुजुर्गो के पास बैठना तो दूर, उनसे थोड़ी देर प्यार से बात तक करना भी जरुरी नहीं समझते हैं। देश के युवाओ जो ऐसा बर्ताव करते आए या कर रहे हैं जरा संभल जाए।
मैं देश के उन युवाओ से आज एक छोटी सी बात पूछना चाहती हूँ। देश के युवाओ यदि आप अपने घर में पुरे दिन अकेले रहो और घर के बड़े बुजुर्ग आपसे प्यार से बात ना करे ना ही आपकी हर जरुरत को पूरा करे तो आप पर क्या गुजरेगी ? देश के युवाओ यदि आपको ठीक से खाना ना दिया जाए और आपका सुबह शाम तिरस्कार हो क्या आप अपने घर में चैन की साँस ले पाएंगे ? कोई भी इंसान इस संसार में अमर नहीं कोई भी इंसान ईश्वर से बड़ा नहीं फिर इंसानो में इतनी हैवानियत क्यों और कैसे जाग सकती हैं ?
घर की शान होती हैं बड़े बुजुर्गो से।
हमारी पहचान होती हैं बड़े बुजुर्गो से।।
मत करना भूल कर भी उनका अपमान क्योकि हर सुबह की शुरुआत होती हैं बड़े बुजुर्गो से।।
जिन बड़े बुजुर्गो ने तुम्हे रहने को घर दिया।
तुमने उनसे उनकी छत ही छीन ली,
अरे देश के नौजवानों ये ना समझना की तुमने बड़ी इमारत हासिल कर ली।।
सदा स्मरण रखना और करना यह विचार ,जिस घर में होता हैं बड़े बुजुर्गो का तिरस्कार, ना रह पाती कभी भी उस घर की खुशिया बरकरार।।
2. क्यों कहलाते है हमारे बड़े बुजुर्ग घर की शोभा ?
देश के युवाओ आप अपने घर के बगीचे में यदि कोई पौधा लगाओगे तो प्रतिदिन आपको उस पौधे का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा क्योकि आपके बगीचे की शोभा उन पौधे से हैं जिन्हे आपने अपने घर की सजावट के लिए बहुत प्यार से खरीद कर लाया हैं। यदि आप पौधे को असावधानी से रखोगे तो वो पौधा सुख जाएगा और आपका बगीचा वीरान हो जाएगा। फिर आपको यह अफ़सोस होगा की काश मैं पहले ध्यान दिया होता तो आज मेरा पौधा हरा भरा रहता और मेरा बगीचा वीरान ना होता।
ठीक उसी प्रकार आपके बड़े बुजुर्ग होते हैं जब वो आपके साथ होते हैं तभी आपके घर की शान और रौनक बढ़ती हैं। आपके जीवन के हर उतार चढाव में आपके बड़े बुजुर्ग ही आपको सही मार्ग दिखा सकते हैं जब आपका मार्गदर्शक ही आपके साथ नहीं होगा तो आप अपने जीवन में हर समस्या का समाधान कहाँ से लाएंगे ?
जब आपके पास कोई कीमती चीज़ होती हैं तो आप उसकी कदर नहीं करते जब वो कीमती चीज़ आपसे दूर हो जाती हैं तब आपको पछतावा होता हैं काश मैं सही वक़्त रहते समझ जाता तो आज मैं अपने प्रिय किसी अपने से दूर ना होता। देश के युवाओ इस संसार में बड़े बुजुर्गो की कोई कीमत नहीं लगा सकता क्योकि हमारे बड़े बुजुर्ग अनमोल हैं और सदा अनमोल ही रहेंगे। और एक बार जो इस संसार से चला जाता हैं वो दुबारा लौट कर नहीं आता बस अपनी स्नेह और स्मृतियों को छोड़ जाता हैं।
देश के युवाओ जबतक आपके बुजुर्ग माता पिता या दादा दादी का जीवन हैं आप सबका फ़र्ज़ बनता हैं की आप उनकी हर ख़ुशी का ख्याल रखे ताकि मृत्युपरांत ना ही उन्हें कोई दुःख और पीड़ा हो ना ही आपको अपने गलत बर्ताव पर पछतावा हो।
3. प्रत्येक कर्म का एक सिद्धांत होता है।
सदा स्मरण रखे आप जो बीज बोते हैं आपका फसल ठीक वैसे ही तैयार होता हैं आपने यदि फल के बीज बोए हैं तो आपको फल की प्राप्ति होगी और यदि आपने काँटे बोए हैं तो आपको काँटो की ही प्राप्ति होगी। कुछ लोग जीवित रहते अपने बड़े बुजुर्गो का सदा तिरस्कार करते हैं मगर मृत्युपरांत बहुत प्यार और सम्मान से उनके क्रियाकर्म की तैयारियां करते हैं। समाज के सामने रो कर दिखाते हैं की उन्हें अपने बड़े बुजुर्गो से बहुत लगाव और प्यार हैं। जो युवा अपने बड़े बुजुर्गो को जीते जी सही से चाय और खाना तक नहीं देते वही अपने बुजुर्गो के मृत्यु के बाद बड़े पंडितो को दान पुण्य करते हैं। क्या मरने के बाद बड़े बुजुर्ग को यह सारी वस्तुए प्राप्त होगी क्या मरने के बाद उन्हें इन चीज़ो की कोई आवश्यकता होगी ?
Thank you
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