आपके निस्वार्थ श्रम को हमारा नमन।

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आपके निस्वार्थ श्रम को हमारा नमन। 


* सो रही चैन की नींद ये दुनिया जिनके कर्मो से, हैं देश का गौरव देश की शान देश के वीर जवानों से,फिर क्यों ना मैं फक्र करूँ, होती भारत माता की रखवाली देश के वीर जवानों से।।


* चाहे शीत हो या बरसात चाहे गर्मी हो या अंधेरी रात, भुला कर अपने जज़्बात करते देश की सीमा की पहरेदारी वो दिन-रात।।


* देश के शत्रुओं से भिड़ जाते हैं देश के वीर जवान, उनकी हिम्मत की क्या मैं बात करू अपनी जान को भी दांव पर लगा देते हैं देश के वीर जवान।।


* जो अपने घरो में तुम पाल रहे अपनों से ही नफरत की अंगार, अरे कुछ सीखो तुम देश के वीरो से जो अपने देश के लिए रख देते दुश्मन की छाती पे तलवार।।


* ना हैं सुकून ना हैं आराम फिर भी अपने देश के लिए करते वो काम, देश की सुरक्षा का चाहे जो हो अंजाम, मगर अपने कर्तव्यों से मुख नहीं मोड़ते देश के वीर जवान।।


* जो जाति पर सवाल उठाते, जरा इस बात का रखना ध्यान, जाति और धर्म में भेद नहीं करते देश के वीर जवान,आज उनकी रहमतो से सलामत हैं देश भर में हर जाति और धर्म के इंसान।।


* जो अपनों के बीच रहकर भी दूर उनसे रहते, वहां देश के वीर जवान अपनों की एक झलक के लिए तरसते, शब्द भी कम पड़ जाएंगे जिनकी शान में, ऐसे हैं देश के वीर जवान हमारे हिन्दुस्तान में।।


* जहां मना रहा ये देश त्यौहार,वहां लड़ रहे वो वार,देश के वीर जवानो का ऐसा ही होता हैं हर त्यौहार,जो अपने प्राणो को भी न्यौछावर कर जाता और बढ़ा जाता देश की शान,यूँ ही नहीं कहलाते वीर हमारे देश के वीर जवान।।


* दुश्मन से भिड़ जाते हैं, मौत को गले लगाते हैं, हो जाते वो अपनों से दूर,फिर क्यों ना हो भारत माता को ऐसी संतानो पे गुरूर।।


* देश के वीर जवानों का करना तुम सम्मान, क्योकि भारत माता के प्रिय हैं ये संतान,देश की रक्षा के लिए कर देते जो अपने जीवन का बलिदान, हो जाते अमर सदा के लिए देश के वीर जवान।।



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