एक नई किरण।

World Of Winner
0


(toc) #title=(Table Of Content)



1. किसी भी प्रतियोगिता या परीक्षा में सफल कैसे हो सकते है ?


जब भी आप किसी प्रतियोगिता या किसी परीक्षा की तैयारी करते है, तो उस परीक्षा में आपको सफलता एकमात्र आपकी मेहनत, ढृढ़ता,आत्मविश्वास,और सहनशीलता से ही प्राप्त हो सकता है।जब आप किसी प्रतियोगिता में भाग लेते है, तो आपको कभी किसी नकारात्मक सोच या विचारो को अपने दिमाग में नहीं लाना चाहिए, क्योकि आपका दिमाग ही आपको हर परीक्षा में सफल होने का मार्ग दिखाता है, आपके दिमाग से ही आपके ज्ञान का विकास होता है,दिमाग तेज तभी काम करता है,जब आप अपने दिमाग को आराम देते है,चाहे आप कितनी भी दवाइयों का सेवन करे, या लोगो के कहने पर दिमाग को तेज करने के लिए बादाम खाना शुरू करे, ये सब तभी फायदेमंद साबित होता है, जब आपका दिमाग सही दिशा में होता है। 


एक थका हारा दिमाग कभी बेहतर परिणाम नहीं दे सकता, जैसे मान लो तुमने आज पूरे दिन बहुत भागदौड़ की है, तुम थोड़ा भी आराम नहीं किए, ऐसे में यदि कोई तुम्हे पुनः कोई दूसरा कार्य सौप दे,तो क्या तुम उस कार्य को पूरी एकाग्रता से कर सकोगे ? यकीनन तुम नहीं कर सकोगे, क्योकि तुम्हे थोड़ा भी आराम नहीं मिला, इस वजह से तुम काफी थकान महसूस कर रहे हो। 


अब आप खुद विचार करो कि जिस दिमाग को आप हर पल नकारात्मक विचारो से घेरे रखोगे, आप दिमाग को थोड़ा भी आराम नहीं दोगे तो आपका दिमाग अपना काम कैसे कर सकता है ? आपको कैसे अपने सवालों का जवाब मिल सकता है ? आपकी समस्या का हल आपकी समस्या में ही छिपा होता है, जरुरत है तो बस उस समस्या को उचित प्रकार समझने की।


2. क्यों नहीं हो रहे तुम कामयाब ?


अक्सर परीक्षार्थी अपनी परीक्षा में इसलिए भी सफल नहीं हो पाते क्योकि उन्हें परीक्षा से पूर्व अपनी सफलता की फिक्र सताने लगती है, उन्हें लगता है यदि मैं इस परीक्षा में पास नहीं हुआ तो मैं घरवालों को क्या जवाब दूंगा ? खास कर ऐसे परीक्षार्थी जो अपने घर से दूर रह कर तैयारी करते है, उन्हें लगता है, मैंने इतने पैसे खर्च कर डाले घरवालों के,अब यदि मुझे सफलता नहीं मिली तो मैं वापस घर नहीं जाऊंगा, हिम्मत हार कर वो गलत कदम उठा लेते है, जो उनके साथ साथ उनके घरवालों को भी कष्ट पहुंचाता है, क्योकि एक गलत निर्णय आपकी पूरी जिंदगी को बर्बाद कर देता है। 


चाहे भारत हो या विदेश,देश के सभी परीक्षार्थियों को मैं एक  बात अवश्य कहूंगी कि '' हर रात अपने साथ एक नई सुबह अवश्य ले कर आता है, सूरज ढल कर ही पुनः अपनी किरणों के साथ दोबारा निकलता है,हर अंत के पश्चात एक नई शुरुआत होती है,फिर एक परीक्षा तुम्हारी पूरी जिंदगी को कैसे खत्म कर सकती है ?


3. हम अपनी मंजिल तक कैसे पहुंच सकते है ?


यदि तुम्हे अपनी मंजिल तक पहुंचना है तो तुम्हे केवल अपनी मंजिल के रास्ते पर ध्यान देने की जरूरत है, यदि एक रास्ता बंद है, तो क्या हुआ दूसरा रास्ता तुम स्वयं सुनिश्चित करो, अपनी ढृढ़ता को,अपने आत्मविश्वास को जागृत करो, स्वयं पर विश्वास करो फिर देखो तुम्हे सफल होने से कौन रोकता है ? तुम अपने घर से जब कहीं बाहर निकलते हो, तो सफर में तुम्हे कभी कोई रास्ता बंद मिलता है, तो तुम उस पहले रास्ते को छोड़ कर दूसरा रास्ता चुनते हो, फिर तुम अपने करियर के लिए बंद रास्ते को देख अपने उम्मीदों को कैसे तोड़ सकते हो, तुम हिम्मत कैसे हार सकते हो ?


सूरज को पता है कि मुझे शाम होते ही ढलना है, फिर पुनः नई सुबह होते ही फिर एक नई चमक के साथ निकलना है, सब अपने-अपने कर्मो में रत है, तुम उस सूरज से एक सीख हासिल क्यों नहीं करते ? तुम वही सूरज बनना है, जो ढल कर वापस एक नया सूरज बन कर निकलता है और अपनी किरणों से पूरी दुनिया को रौशन कर देता है। 


अपने हर नकारात्मक विचारो को त्याग दो, जिंदगी में मिले दर्दो गम को भुला दो, बेशक आज लोग तुम्हे नकार रहे, तो क्या हुआ जो लोग आज तुम पर हँस रहे, ये वक्त भी गुजर जाएगा, मगर वक्त रहते तुमने खुद को नहीं संभाला तो तुम्हारा अच्छा वक्त कैसे आएगा ?


 तपसा एव ज्ञानं वर्धते, तपसा एव ज्ञानं प्राप्यते, तव जीवनम् अपि तपः एव, यत्र बहवः संघर्षाः सन्ति, यदि संघर्षं अतितर्तव्यं भवति तर्हि भवतः जीवने कदापि पराजयं न स्वीकुरुत।


अर्थात, तप से ही ज्ञान में वृद्धि होती है,तप से ही होती है ज्ञान की प्राप्ति,  तुम्हारा जीवन भी एक तप है, जहां अनेको संघर्ष है,यदि करना है तुम्हे संघर्ष को पार,तो अपनी जिंदगी में कभी मत मानना हार। 




Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Accepted !)

Our Website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!