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| परिचय एक महाशक्ति की। 💥 |
* बदलते समय की धारा,जहां हर तरफ छाई हैं पाप और अधर्म की काली छाया,जिसे देख हैरान हैं आज जहान सारा,क्यों हो रहा दूर तुम प्राणियों से ईश्वर का साया ?
* शक्ति का स्रोत हैं जो नारी,दुर्गा का ही अंश हैं हर नारी,आज संसार में जो नारियों पे अत्याचार हो रहा शक्ति के स्त्रोत को ये संसार खो रहा।
* अस्त्र और शस्त्र क्या होता हैं तुम्हे जल्द मैं बतलाऊंगी,नारियों का सोया स्वाभिमान मैं जल्द जगाऊंगी ,देश में बलात्कारियों का क्या होता हैं,अंजाम ये बहुत जल्द मैं पूरे संसार को दिखलाऊंगी।
* बेड़ियों ने नहीं बांधे हैं मेरे पाँव,ना ही कंगन ने जकड़ रखे हैं मेरे हाथ,जब नहीं देगा कोई नारियों का साथ,फिर नारियो की रक्षा के लिए बस अस्त्र और शस्त्र ही धारण करेंगे मेरे हाथ।
* कण-कण में जिसका वास हैं उस महाशक्ति को भी इंसाफ की तलाश हैं, संसार के निर्दोष प्राणियों ये ना सोचना बस पाप और अधर्म की कालिमा ही तुम्हारे पास हैं, इस पाप और अधर्म की कालिमा को मिटाने के लिए शिव की शक्ति तुम्हारे पास हैं।

