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1. क्यों है कुपित वो महाशक्ति ?
संसार में लोग अक्सर ऐसी भूल कर रहे जो कि मात्र उन्हें ईश्वर की नजरो में गिरा ही नहीं रहा बल्कि ईश्वर की नजरो में एक अपराधी बना रहा। क्योकि आए दिन लोग नारी का अपमान किए जा रहे जिससे ईश्वर भी बहुत कुपित हो चुके हैं और ऐसे अपराधियों का विनाश होने से कोई नहीं रोक सकता। इस संसार का विकास नारी शक्ति से ही संभव हैं। इस संसार की नींव रखने वाली महाशक्ति भी एक नारी ही हैं। ये मुख्य बात संसार में कुछ लोग भूल गए हैं।
2. नारी का स्वरूप।
नारी के कई रूप हैं कहीं पर नारी एक पत्नी हैं, कहीं पर नारी एक माँ हैं, कहीं पर नारी एक बहन हैं। यदि नारी ना होती तो संसार का सृजन नहीं होता। यदि नारी ना होती तो हर घर में उन्नति, वृद्धि और विकास ना होता। जो लोग नारी को अबला समझते हैं और नारी का सदा अपमान करते हैं वो ये बात कैसे भूल गए कि उन्हें जन्म देने वाली जीवनदायिनी माँ भी एक नारी ही हैं जो प्रसव पीड़ा को सहन कर हर कष्ट को भूल कर अपने संतान को जन्म देती हैं।
3. नारी को अबला समझ कर अपमान करने की भूल ना करें।
हर पल,हर जगह प्रत्येक कार्य में नारी की भूमिका का ही महत्व होता हैं मगर जो पुरुष सदा नारी को सताते है उन्हें कष्ट-पीड़ा पहुंचाते हैं वो ये नहीं जानते की ये प्रकृति माता और ईश्वर का ही अपमान कर रहे जिससे प्रकृति उनसे रुष्ट हैं और ऐसे दुष्ट अपराधियों का विनाश निश्चित हैं। किसी नारी को कमजोर समझ कर उसका परिहास करना उसे गाली देना उसपे हाथ उठाना ऐसा करने से कोई पुरुष बलवान नहीं कहलाता ना ही महान कहलाता हैं।एक नारी को सताने से आपका पौरुष बल नहीं बढ़ता, बल्कि हर नारी का सम्मान करना ही हर पुरुष का कर्तव्य माना गया हैं इससे ही हर पुरुष के महान होने का गुणों का बखान किया जाता हैं। जो पुरुष सदा नारी का सम्मान करते हैं चाहे वो नारी उनकी माँ हो पत्नी हो बहन हो या उनकी बेटी ऐसे पुरुष सदा ईश्वर और प्रकृति के कृपा और आशीर्वाद से परिपूर्ण रहते हैं। जो लोग न्याय का साथ देते हैं उनके साथ ईश्वर कभी अन्याय नहीं होने देते हैं।
4. क्यों है जरूरी नारी शक्ति का सम्मान ?
ईश्वर भी नारी शक्ति का सम्मान करते हैं क्योकि किसी नारी को सम्मान देने से कोई छोटा नहीं होता बल्कि ईश्वर कि नजरो में और समाज की नजरो में उसका सर उठ जाता हैं, ऐसे लोगो का हर कोई सम्मान करता हैं।आप सभी ने देखा हैं सुना हैं और कई ग्रंथो में पुराणों भी पढ़ा हैं कि जब-जब अधर्म और अन्याय बढ़ा हैं जब-जब नारी शक्ति को कमजोर और अबला समझा गया हैं तब-तब एक नारी शक्ति ही एक रौद्र महाशक्ति के रूप में आ कर पाप और अधर्म को एक क्षण में मिटा डाला और संसार के समक्ष यह सन्देश पहुंचाने का प्रयास किया कि यदि किसी नारी का अपमान होगा तब वही नारी शक्ति अपनी रौद्र रूप में सभी अधर्मियों का नाश करने के लिए फिर से प्रकट होगी।
जो लोग सड़क चलती किसी नारी का अपमान करते हैं या उन्हें बुरी गन्दी नजरो से देखते हैं ऐसे लोगो का कहीं पर ना सम्मान होता हैं ना ही कोई ऐसे लोगो को पसंद करते हैं। ये ना भूले आपके घर में भी एक नारी हैं तो आप दूसरी नारी का अपमान कैसे कर सकते हैं वो भी किसी की बहन किसी की बेटी ही होगी।

