हर इंसान की जिंदगी का एक खास मकसद जरूर होता हैं जिसे वो हर हाल में साकार करना चाहता हैं,मगर सभी इंसान एक समान नहीं होते हर इंसान के जीवन का अपना अलग उदेश्य होता हैं आज हम इसी के बारे में चर्चा करेंगे जिससे संसार के हर मनुष्य को अपने उदेश्य का उचित ज्ञान हो सके और वो अपने मकसद को सही अंजाम दे सके।
सर्वप्रथम आज हम ये जानेगे की हमारे जीवन में सबसे अहम भूमिका किसकी होती हैं क्योकि इसे जाने बिना कोई भी इंसान अपने सही उदेश्य तक नहीं पहुंच सकता।
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1. आपके जीवन में अहम भूमिका किसकी है ?
आपके जीवन में सबसे अहम भूमिका होती हैं आपके किरदार की। क्योकि जिसका जैसा किरदार होता हैं वो उसी अनुसार ही अपनी जिंदगी में कोई भी बड़ा मकाम हासिल कर पाने में सफल होता हैं,यदि किसी व्यक्ति का किरदार ही सही नहीं तो वो कभी अपने किसी भी उदेश्य को पूर्ण नहीं कर पाता।अब मैं तुम्हे विस्तार सहित वर्णन कर समझाने का प्रयास करती हूँ,की क्यों हैं जीवन में तुम्हारे किरदार की अहम भूमिका।
सबसे अहम बात आज जान लो जिस व्यक्ति का किरदार ही सही नहीं अर्थात वो स्वयं को ही सबसे महान और बड़ा समझने लगता हैं,जिससे उसके भीतर अहंकार बसने लगता हैं तो वो इंसान अपने इसी अहंकार में आ कर कई भूल कर जाता हैं।
2. इंसान की सबसे बड़ी पहचान क्या होती है ?
सदैव मेरी एक बात याद रखे इंसान का चरित्र ही उसकी सबसे बड़ी पहचान होती हैं और चरित्र से ही इंसान के सम्मान में वृद्धि होती हैं। यही वजह हैं जो बाल्यकाल से ही बच्चो को उचित शिक्षा प्रदान की जाती हैं, सबसे पहले उन्हें अच्छी आदतों को सिखाया जाता हैं,जिससे उनके जीवन का सही मार्गदर्शन हो सके और वो सही और गलत क्या हैं ?
इसे समझ सके। जैसा कि आप समाज में देखते हैं,कि छोटी सी भी भूल को समाज के लोग कैसे बड़ा बनाते हैं,चाहे कोई बच्चा ही क्यों ना हो यदि वो कोई गलती करता हैं तो सबसे पहले समाज के लोग उस बच्चे की परवरिश पे ऊँगली उठाना शुरू कर देते हैं। समाज को या दुनिया को आपकी परेशानी से या तनाव से कोई लेना देना नहीं बल्कि उन्हें आपके चरित्र से,आपके व्यवहार से मतलब होता हैं। आप देश के किसी भी कोने में चले जाए चाहे भारत हो या विदेश आपका किरदार ही उनके लिए सबसे अहम माना जाता हैं। चाहे आप बड़ी से बड़ी कंपनी में काम करे या किसी सरकारी दफ्तर में हर जगह आपके चरित्र को ही परखा जाता हैं।
3. किरदार का वास्तविक अर्थ।
किरदार कहने का अर्थ हैं आपकी छवि,आपका व्यवहार,आपकी आदते,ये इन बातो पर ही निर्भर करता हैं आप जैसा व्यवहार करेंगे लोग भी ठीक उसी प्रकार आपके साथ भी वही व्यवहार करेंगे,आप यदि गलत आदतों को अपने जीवन में शामिल करेंगे तो वो गलत आदत ही आपके किरदार को समाज में और दुनिया के लोगो में प्रदर्शित करेंगे जिससे लोग आपके चरित्र पर ऊँगली उठाएंगे।
चाहे घर हो या बाहर हर जगह आपकी पहचान आपके व्यवहार से होती हैं,ऐसा बिल्कुल नहीं की आप घर में यदि गलत व्यवहार अपनाएंगे तो घरवाले आपको कुछ नहीं कहेगे भले ही आपके सामने कोई कुछ ना कहे मगर पीठ पीछे लोग निंदा अवश्य करते हैं। इसलिए चाहे आप कहीं भी रहे या कहीं भी जाए अपने किरदार को सही से निभाए।
''विचार,व्यवहार और आदत'' ये तीनों ही आपके किरदार के मुख्य अंग माने जाते हैं इससे ही आपके चरित्र का पता चलता हैं। इसलिए मनुष्य को सदैव अच्छे विचार,अच्छे व्यवहार और अच्छी आदतों को ही अपने जीवन में शामिल करना चाहिए अन्यथा बुरे विचार,बुरे व्यवहार और बुरी आदतें आपके चरित्र को बर्बाद कर देते हैं,जिसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ता हैं। ये एक ऐसी छवि हैं जो यदि एक बार खराब हो गई तो बाद में चाह कर भी आप उसमे सुधार नहीं ला सकते क्योकि ऐसे लोगो कोई भी अपने विश्वास का पात्र नहीं समझते ना ही ऐसे लोगो को कहीं भी सम्मान भरी नजरो से देखा जाता हैं।
बुरी आदतों को,बुरे विचारों को,अनुचित व्यवहार को सदा के लिए स्वयं से दूर रखने का प्रयास करे,क्योकि यही वो अवगुण हैं जिसका सीधा असर आपकी जिंदगी पर पड़ता हैं,जो आपके चरित्र को दर्शाता हैं,जिससे आपके किरदार का पता चलता हैं,यही वजह हैं जो आज कल हर रिश्ते टूटने के कगार पे आ चुके हैं,यही वो वजह हैं जो आज देश और दुनिया में हर तरफ एक अशांति और क्रांति की वजह हैं।
क्योकि आप कहीं भी जाते हैं आपकी पहचान आपके सूरत से ज्यादा आपके सीरत से की जाती हैं चाहे आप कितने भी बड़े पद या जॉब में हो,चाहे आप देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री,विधायक,कोई नेता या अभिनेता ही क्यों ना हो आपके पद से ज्यादा आपकी प्रतिष्ठा और आपके किरदार को परखा जाता हैं।