तुम्हारी सोच जैसी होगी तुम्हे वैसा ही परिणाम मिलेगा, क्योकि यदि तुमने अपनी सोच को बेहतर और सकारात्मक नहीं किया तो एक दिन तुम्हारी सोच ही तुम्हारे पराजय का कारण बनेगी।
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1. हमारी सोच का जीवन में महत्व।
आज हम बात करेंगे मनुष्य की सोच और उसके विचारो के बारे में। मेरा ऐसा मानना है कि यदि हमारी सोच सकारात्मक है यदि हमारे विचार नेक है तो हमे जीवन में कभी कोई हरा नहीं सकता चाहे वो कोई दुख हो या कोई शत्रु।
तमाम उम्र गुजार दी तुमने दूसरो की निंदा में,तमाम जीवन बिता दिया तुमने बुरे विचारो का संग्रह करने में,ना ही समय दिया तुमने अपने जीवन को समझने में, ना ही समय दिया तुमने अपनों के संग गम बांटने में,अब जब दुखो का पहाड़ टूट पड़ा है तुम पर तब तुम्हे स्मरण आया क्या मिला मुझे ये सब करने में ?
लोगों की बुराई ढूंढने चले हो तुम,लोगों की कमियां बताने चले हो तुम,कभी खुद को जानने का प्रयास किया,जो अपना कीमती समय बर्बाद करने चले हो तुम।मेरे कथनों को समझने का प्रयास करें आपकी सभी शंकाएं स्वतः मिट जाएगी।
मेरे कहने का यही तात्पर्य है कि जब आप जिसके प्रति जैसी सोच रखेंगे आपको वो वैसा ही दिखाई पड़ेगा अर्थात यदि आप किसी व्यक्ति को सदैव गलत समझेंगे तो उसकी अच्छाई में भी आपको बुराई नजर आएगी क्योकि आपकी सोच उस व्यक्ति के प्रति सदैव गलत रही है, तो वो आपको कैसे बेहतर नजर आ सकता है ?
दूसरों के दोष को ढूंढने से बेहतर होगा तुम अपने दोष को सुधारने का प्रयास करो मान लो तुम्हारे घर के अंदर गंदगी है, और घर के बाहर भी गंदगी है,तो तुम सबसे पहले किस गंदगी को साफ करोगे घर के बाहर की या अपने घर के अंदर की ?
तुम्हे रहना घर के बाहर है या घर के अंदर ? तुम्हे अपने घर के अंदर रहना है तो जाहिर सी बात है सबसे पहले तुम अपने घर को साफ करोगे क्योकि बाहर के सड़क से तुम्हारा कोई वास्ता नहीं वहां कई लोग आएंगे और जाएंगे वो तो साफ करने के बाद भी दोबारा गंदा होगा,मगर जिस घर में तुम्हे रहना है उसे साफ करना बेहद आवश्यक है ताकि तुम बीमार ना पड़ो।
अब जो मैं कह रही हूँ उस बात पर ध्यान दे आप सभी मनुष्य एक दूसरे की कमी निकालने का प्रयास करते है, कभी एक दूसरे की निंदा करते है,आपकी सोच कभी सकारात्मक नहीं रहती तो आपको इसके नतीजे सही कैसे प्राप्त हो सकते है ? आप अपनी गलत सोच की वजह से ही अपना और दूसरो का नुकसान कर रहे है जिसका एहसास आपको देर से होता है।
2. आपके जीवन में सकारात्मक का प्रभाव।
चाहे बात आपकी पढ़ाई की हो,करियर की हो या किसी जॉब की आपको अपनी सोच सदैव सही दिशा में रखनी चाहिए सदैव सकारात्मक सोच रख कर कोई भी निर्णय लेना चाहिए क्योकि आप पूरी दुनिया का नक्सा नहीं बदल सकते मगर आप अपनी जिंदगी का नक्सा अवश्य बदल सकते है,मगर ये तभी संभव है जब आपकी सोच नेक और सकारात्मक होगी।
हर देश का वेशभूषा अलग होता है,हर देश की संस्कृति परम्पराए अलग होती है,आप किस-किस को बदलेंगे ? बेहतर होगा आप अपनी सोच को सुधारे।
3. क्या आपकी सोच ही आपके जीवन में सही और गलत परिणाम दिलाते है ?
इस संसार में रहने वाले मनुष्यो को पता नहीं मगर मनुष्य की सोच ही उसे जीवन में अच्छे और बुरे परिणाम दिलाती है, क्योकि आप जैसा सोचोगे आप वैसे ही बन जाओगे यदि जीवन में सफल होना है,यदि तुम्हे सदैव प्रसन्न रहना है तो सबसे पहले अपनी सोच को बदलना शुरू करो कहने का तात्पर्य है अपनी सोच को सकारात्मक बनाओ,दूसरो की निंदा करना बंद करो,किसी और में कमी निकालने से बेहतर होगा तुम अपनी कमियों पर ध्यान दो, यकीनन तुम्हे जीवन में कभी कोई पराजय या दुख से नहीं गुजरना पड़ेगा, ना ही कोई तुम्हारा शत्रु बनेगा और ना ही तुम किसी के शत्रु बनोगे।

