किसी ऊंचाई तक पहुंचने के लिए हमे पहले शुरुआत नीचे की सीढ़ियों से करनी पड़ती है,कोई भी तुरंत ऊंचाई तक नहीं पहुंच सकता।
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फिर क्यों इस बात का गम करना कि तुम बाकि लोगो के मुकाबले में उनसे बहुत पीछे हो और वो तुमसे बहुत आगे है ? उन्होंने भी तो शुरुआत ऐसे ही किया होगा तब जा कर आज वो कामयाबी के शिखर पर पहुंच चुके है।
1. क्या जिंदगी सबको बराबर का मौका देती है ?
लोग कहते है अक्सर तुमने सबसे सुना होगा जिंदगी सबको मौका नहीं देती किसी खास को ही मौका देती है, मगर ये तथ्य गलत है क्योकि जिंदगी किसी के साथ पक्षपात नहीं करती, जिंदगी सबको बराबर का मौका देती है, मगर उस मौके का फायदा बहुत कम लोग उठा पाते है, क्योकि कुछ लोग अपनी तमाम जिंदगी बेबुनियाद की बातो में बर्बाद कर देते है,बाद में जब उन्हें अपनी भूल का आभास होता है,तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
2. कैसे मेहरबान होती है जिंदगी ?
कुछ समझदार और सुलझे लोग जिंदगी से मिले मौके को गवाने की भूल नहीं करते वो कठिन मेहनत और प्रयासों से कभी पीछे नहीं हटते, ऐसे लोगो पर ही तो मेहरबान होती है ये जिंदगी,जिसने जिंदगी की अहमियत को जाना है,जिसने कभी परिश्रम से जी नहीं चुराया,जिसने खुद पर विश्वास किया,उसने ही बड़ी पहचान और नाम पा कर अपनी वीरान जिंदगी को खुशियों से भर दिया।
जहां होता अपनों का साथ,जिसे होता खुद पर विश्वास,जिंदगी उसे कभी नहीं कर सकती निराश।इंसान अपनी गलती से ही सीख प्राप्त करता है,गलती किस से नहीं होती ? आखिर इंसान हो तुम भगवान नहीं जो तुमसे कोई गलती नहीं हो सकती,मगर कुछ लोग जानबूझ कर गलतियां करते है,उनकी वही गलती उनके लिए एक सबक बन जाती है,और कुछ लोगो के लिए एक सजा।
तुमसे बेहतर तुम्हे कोई अन्य ना ही जान सकता है और ना ही समझ सकता है, क्योकि इंसान के मन की बात तो केवल ईश्वर जान सकते है,कोई इंसान नहीं।
तुम्हारी कामयाबी,तरक्की और तुम्हारी जिंदगी सब तुम्हारी मोहताज है तुम उनके मोहताज नहीं, क्योकि जिंदगी को किस दिशा में ले जाना तुम्हारे लिए बेहतर होगा ये तुम जान सकते हो,तुम्हारी जिंदगी नहीं, कामयाबी और तरक्की तुम्हे कैसे प्राप्त हो सकती है, इसे भी तुमसे बेहतर कोई और नहीं जान सकता, फिर क्यों तुम अपनी खुशियों के लिए दूसरो के मोहताज हो ? फिर क्यों तुम अपनी जिंदगी से नाराज हो ?
ये दुनिया बस तमाशा देखती है,हर कोई किसी की मदद नहीं करता, भीड़ तो उसके लिए भी जमा होती है जो खुद अपना तमाशा बनाते है,खुद के साथ या किसी दूसरे के साथ गलत करते है, भीड़ वहां भी खड़ी होती है जहां कोई व्यक्ति बहुत बड़ी कामयाबी हासिल करता है,जिसकी सराहना, सम्मान और स्वागत के लिए भीड़ खड़ी होती है। तुम्हे उस सम्मान भरी भीड़ का हिस्सा बनना है, या अपमान और आलोचना भरी भीड़ का हिस्सा बनना है ? ये निर्णय तुम्हारा है।
3. ऐसे गुण जो आपको कभी हारने नहीं देते।
अपने ईमान,अपने चरित्र,अपने मन को साफ और पवित्र रखो, खुद पर और अपनी मेहनत पर विश्वास रखो फिर देखो ये जिंदगी तुम्हे कहां से कहां ले जाती है, तुम्हारी असफलता को तुम्हारी सफलता, तुम्हारी हार को तुम्हारी जीत में तब्दील कर कैसे तुम्हे कामयाबी के शिखर तक पंहुचा जाती है, क्योकि ये जिंदगी किसी के साथ पक्षपात नहीं करती है।

