प्यार यदि अपनी सारी सीमाएं पार कर जाता हैं तो वो प्यार एक जूनून बन जाता हैं और जूनून ही इंसान से कुछ भी कर जाने को मजबूर हो जाता हैं। ऐसा ही कुछ इस संसार में घटित हो रहा हैं जिसका भयंकर परिणाम देखने को मिल रहा हैं।
क्यों हो रहा आज के इस युग में प्यार बदनाम ?
प्यार को लोग आज एक मजाक और खेल क्यों समझने लगे हैं इसका मुख्य कारण एकमात्र इंसान हैं। इंसान को यदि उसके इच्छानुसार कुछ हासिल नहीं होता तो वो उसे हासिल करने के स्थान पर उसको बर्बाद करने का प्रयास ढूंढ़ने लगता हैं। इंसान जरा भी विचार नहीं करता उसका अंजाम कितना घातक हो सकता हैं अपने जूनून की आड़ में इंसान पागलपन की हद पार कर जाता हैं। प्यार में हवस के लिए कोई स्थान नहीं क्योंकि प्यार ईश्वर का दिया एक वरदान हैं यदि आप प्यार को बदनाम कर रहे हैं तो ये समझ लेना आप ईश्वर पर ही ऊँगली उठाने का दुस्साहस कर रहे हैं।
क्योकि प्यार यदि सच्चे दिल से किया जाए तो वो प्यार एक वरदान बन जाता हैं और ये वरदान आपकी पूरी जिंदगी को खुशियों से भर देता हैं। क्यों आज इस कलयुग में लोगों का प्यार पर से विश्वास उठ चूका हैं ? इसकी वजह हैं इंसान की सोच,प्यार के प्रति इंसान का नजरिया, इंसान की हवस। दो आत्माओं के मिलन को ही प्यार कहा जाता हैं क्योकि प्यार की शुरुआत इंसान के दिल से होती हैं और दिल में किसी एक का ही हक़ होना चाहिए हजारों का नहीं।
* जिसे देखो वो प्यार को बदनाम कर रहा हैं, गुनाह इंसान कर रहा और खामियाज़ा प्यार भर रहा हैं,जिन्हे प्यार का मतलब ही नहीं पता वो प्यार को महज एक खिलवाड़ समझ रहा हैं।।
आज होंगे सभी प्यार के वास्तविक परिचय से रूबरू-
जब आप कोई कार्य करते हैं तो आपकी थोड़ी भी लापरवाही या असावधानी बरतने से आपका कार्य संपन्न नहीं हो पाता उदाहरणस्वरूप जैसे आप रसोई में भोजन पकाते हैं तो आपका ध्यान यदि भोजन पर नहीं बल्कि कहीं और होता हैं तो आपका भोजन जल जाता हैं इसमें ना ही भोजन का कोई कसूर हैं और ना ही चूल्हे का यदि किसी का कसूर हैं तो वो हैं इंसान की लापरवाही और असावधानी का। ठीक वैसे जो आजकल के युवा पीढ़ी प्यार को खिलवाड़ समझते हैं प्यार को बदनाम करते हैं इसमें पूरा कसूर उन युवाओ का हैं जिन्हे सही और गलत को परखने का हुनर नहीं। जब आप बिना ड्राइविंग सीखे गाड़ी चलाने का प्रयास करेंगे तो यक़ीनन आप किसी दुर्घटना को अंजाम अवश्य देंगे साथ ही अपनी जान को भी जोखिम में डालने का प्रयास करेंगे।
उसी तरह किसी इंसान के व्यवहार उसके संस्कार और उसकी आदतों को जाने बिना आप उसे अपने जीवन में एक खास स्थान कैसे दे सकते हैं ? जब आप किसी को बेहतर तरीके से जाने बगैर उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने का फैसला कर लेते हैं उसे अपने जीवन में शामिल कर लेते हैं तो आप स्वयं ही अपने जीवन को दांव पर लगा रहे होते हैं क्योकि हर इंसान विश्वास का पात्र नहीं होता ,हर इंसान के अंदर इंसानियत का वास नहीं होता और हर इंसान प्यार के लायक नहीं होता यदि ऐसा होता तो आज इस दुनिया में एक प्यार करने वाला अपने ही प्यार का कातिल नहीं होता।
हमेशा मेरी एक बात याद रखे जो सही इंसान होगा जिसे प्यार की अहमियत का पता होगा वो कभी आपसे कोई शर्त नहीं रखेगा, वो कभी आपमें कोई कमी नहीं निकालेगा, क्योकि सच्चा प्यार करने वाला इंसान शरीर से नहीं आत्मा से प्यार करता हैं ये रूह का रूह से एक खास जुड़ाव होता हैं। आपकी खुशी में ही आपके साथी की खुशी जुड़ी होती हैं,आपके दर्द में ही उसका दर्द छुपा होता हैं। जो सच्चा प्यार करेगा वो कभी आपकी आँखों में आंशु नहीं आने देगा।
आजकल जो इस संसार में घटित हो रहा वो बेहद शोकाकुल और दुःख की बात हैं। युवाओ से यही कहना चाहूँगी ये जिंदगी तुम्हे ईश्वर ने दिया हैं इसे छीनने का अधिकार कदापि नहीं दिया जो युवा और युवती अपनी जिंदगी को जोखिम में डाल रहे प्यार के साथ खेलने का दुस्साहस कर रहे वो यक़ीनन ईश्वर के कोप का भागीदार बन रहे हैं क्योकि प्यार का तिरस्कार करने वालो को किसी भी जन्म में सच्चा प्यार प्राप्त नहीं होता क्योकि ये ईश्वर के द्वारा बनाए गए नियमो का उलंघन करने की भूल कर रहे हैं जिसका परिणाम तो उन्हें ही भुगतना होगा जिन्होंने इसकी शुरुआत की हैं।


आपने बहुत ही अच्छे शब्दों में सच्चाई को प्रस्तुत किया है। प्यार की परिभाषा को समझाया है, परन्तु आज का मनुष्य बहुत ही लालची हो गया है l सच्चे प्यार की तो लोग कद्र ही नहीं करते।
ReplyDeleteआपकी बात सही है मगर इस दुनिया में यदि कुछ लोग बुरे है तो यहां कुछ लोग अच्छे भी मौजूद है तभी तो पृथ्वी अभी भी टिकी है अन्यथा इस दुनिया का कबका विनाश हो गया होता आपको सच्चे प्यार को ढूंढने की जरूरत नहीं वो खुद समय आने पर आपको ढूंढ लेगा, सब ईश्वर की लीला और माया है। God bless you....
Deleteहां जी मेंने भी उन लोगो के लिए ही कहा है जो गलत हैं, अच्छे लोग बहुत हैं अभी भी जो दिल और जान से सारी उम्र अपने प्यार को निभाते हैं, कैसी भी परिस्थिति आये अपने साथी का हमेशा साथ देते हैं। उन चंद लोगों की बजह से अच्छे लोग भी पिसते हैं( जैसे गेहूं के साथ घून पिसता है) एक मछली🐟 सारे तालाब को गंदा कर देती है।😊😊
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