आत्मबल का महत्व।

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1. आत्मबल का महत्व। 


 जब आप कभी किसी भी प्रतियोगिता या इम्तिहान के लिए तैयारी करते हो,तो सर्वप्रथम इस बात को अपने दिमाग में रख लेना कि बिना आत्मबल के तुम कोई भी प्रतियोगिता या इम्तिहान पास नहीं कर सकते। आत्मबल अर्थात तुम्हारा खुद पर विश्वास,तुम्हारा आत्मविश्वास ही तुम्हे मजबूत और दृढ़ बनाता है।जब तुम किसी नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हो,तो सबसे अहम बात वो तुम्हारे अंदर के आत्मविश्वास को परखने की कोशिश करते है,यदि तुम्हारे चेहरे पर थोड़ा भी संशय,डर या घबराहट उन्हें महसूस होगा तो वो कभी तुम्हे इंटरव्यू में पास नहीं कर सकते क्योकि तुम्हारा आत्मविश्वास ही तुम्हारा सबसे अहम इम्तिहान होता है जिसमे तुम्हे स्वयं पर विश्वास करना सीखना होगा यदि तुम्हारा आत्मविश्वास बढ़ने लगा तो अपने आत्मबल के सहारे तुम अपने जीवन का बड़े से बड़े इम्तिहान को पास कर लोगे। 


2. आत्मबल को कैसे बढ़ाए ?


सबसे पहले ये बताओ तुम अपनी जिंदगी से कितना प्यार करते हो ? तुम्हे अपनी जिंदगी अजीज है या नहीं ? कुछ लोग सोच रहे होंगे ये कैसा प्रश्न है ? अपनी जिंदगी किसे प्यारी नहीं होती ? मैं ऐसा प्रश्न इसलिए कर रही हूँ क्योकि यदि तुम्हे अपनी जिंदगी से प्यार होगा तो तुम अपनी जिंदगी को एक बेहतरीन दिशा में अवश्य ले जाना चाहोगे,मगर चाहने से कुछ नहीं होता है,उसके लिए प्रयास करना पड़ता है, और प्रयास करना तब सिद्धकारी साबित होता है जब तुम्हारे आत्मबल का उत्थान होता है 


जब तक तुम अपने मेहनत पर विश्वास नहीं करोगे तब तक तुम कुछ भी कर पाने में सफल नहीं हो सकते हो क्योकि विश्वास पर ही ये दुनिया टिका है,तुम पीने के लिए जो जल उपयोग कर रहे उस पर भी तुम्हे विश्वास है कि ये जल शुद्ध और स्वच्छ है तभी तुम उसे पी रहे हो,भोजन जो तुम्हे प्राप्त हो रहा तुम उस भोजन पर भी विश्वास कर के ही उसे ग्रहण कर रहे हो कि भोजन शुद्ध और साफ होगा,यदि तुम अविश्वास जताओगे तो यकीनन तुम्हे भूखे-प्यासे रहना पड़ेगा जिससे तुम्हारा स्वास्थ खराब हो सकता है,तुम बीमार हो सकते हो,तो अपनी जिंदगी को सुरक्षित रखने के लिए जैसे तुम भोजन-जल आदि पर विश्वास करते हो,तो यहां बात तुम्हारे खुद के विश्वास की है, तुम्हे दुसरो पर विश्वास है तो खुद पर क्यों नहीं ? जब तुम खुद पर ही विश्वास नहीं करोगे तो तुम्हारे आत्मबल का उत्थान कैसे होगा ?


इंसान क्या नहीं कर सकता,यदि इंसान अपनी इंसानियत को जागृत रख कर पूरी ढृढ़ता और विश्वास के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ता है तो वो कभी किसी भी मोड़ पर हताश नहीं होता क्योकि सदैव उसका आत्मविश्वास उसे सही राह से वाकिफ कराता है,मगर यदि कोई इंसान घबराहट में  उत्तेजित हो कर बिना सोचे-समझे कोई भी निर्णय पर उतरता है तो वो इंसान हर मोड़ पर निराश हो कर लौटता है। ऐसे में उसका आत्मविश्वास खोने लगता है। 


इसलिए एक बात जान लो यदि तुम्हे अपने आत्मबल को बढ़ाना है,यदि तुम्हे कोई बड़ा मुकाम हासिल करना है,तो सर्वप्रथम खुद पर विश्वास करना सीखो,अपने आत्मविश्वास को बढ़ा कर निरंतर जीवन में आगे बढ़ो तुम्हे जीतने से कोई रोक नहीं सकता,कोई भी प्रतियोगिता,इम्तिहान या जंग का मैदान,तुम्हे निराश नहीं कर सकता क्योकि तुम्हारा आत्मविश्वास ही तुम्हारे आत्मबल का निर्माण करता है और तुम्हारा खुद पर किया गया विश्वास ही तुम्हे विजयी बनाता है। 



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