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जो भूल गए ऊंचे पद की गरिमा उन्हें कुछ याद दिलाना है,इंसानियत क्या होती है आज उन्हें इस सत्य से वाकिफ कराना है।
1. आपके जीवन में सम्मान का महत्व।
यदि जीना है तो मान सम्मान के साथ जियो क्योंकि अपमानजनक जीवन मौत से भी बदतर होता है।चाहे समय और युग कितना भी परिवर्तित हो जाए अगर हमें अपने संस्कार अपनी मर्यादा को नहीं भूलना चाहिए। ये कलयुग कितना भी मॉडर्न बन जाए मगर एक बात हमेशा याद रखना कदर उसी की होती है जिसमे उचित संस्कार और उचित व्यवहार का वास होता है। यदि कोई आपसे बद्तमीजी से पेश आए आप उसके बारे में क्या सोचेंगे ? आप यही सोचेंगे इस इंसान के अंदर संस्कार का कोई वास नहीं इससे बात करना बेकार है ऐसे इंसान से दूर रहना ही बेहतर है।
2. कौन देता है व्यवहार का परिचय ?
आप किसी के कपड़े को देख उसके संस्कार व्यवहार का अंदाजा नहीं लगा सकते क्योकि कपड़े किसी के व्यवहार का परिचय नहीं देता है बल्कि इंसान के भीतर मौजूद उसकी अच्छी बुरी आदतें उसके व्यवहार का परिचय कराती है। क्योकि आज कल लोग दिखावे के लिए बाहर से संस्कारी होने का दिखावा करते है मगर अंदर से वो सबके लिए बुरा ही सोचते है।हाँ ये बात सच है कि एक स्त्री को ऐसे वस्त्र नहीं पहनने चाहिए जिससे उसकी मर्यादा भंग हो।आप घर के अंदर कुछ भी पहने मगर अपने घर से बाहर निकलते वक़्त आपको उचित वस्त्र ही धारण करनी चाहिए।
3. क्या होता है ऊंचे पद का दायित्व ?
ऊंचे पद पर आसीन होने से क्या लाभ है जब आप अपने उचित कर्तव्य और दायित्व को ही भूल गए। चाहे आप कोई नेता हो या कोई अधिकारी शिक्षक हो या पुलिस अफसर। आप अपने बड़े पद से नहीं बड़ी सोच से बड़े बनते है क्योकि बड़े पद पर आसीन हो कर यदि आप कोई गलत कार्य या गलत निर्णय करते है फिर आपका ये पद आपके लिए किसी काम का नहीं। क्योकि लोग आपके सामने भले ही कुछ ना कहे मगर पीठ पीछे लोग आपकी निंदा अवश्य करेंगे, अपमानजनक बातें कहेंगे।आज इस कलयुग में कुछ ऐसा ही हो रहा है, कुछ भ्र्ष्ट लोग ऊंचे पद को ग्रहण कर ना सिर्फ उस पद का अपमान कर रहे बल्कि अनुचित व्यवहार को अपना कर देश को गंदा कर रहे है ऐसे लोग क्या रक्षा करेंगे देश की बेटियों का,बहुओं का,बच्चियों का और बुजुर्गो का।
** निष्कर्ष -
इंसान चाहे कोई भी हो, आम इंसान या कोई बड़ा अधिकारी सब अपने कर्मो के द्वारा जाने जाते है। आप शायद ऊंचे पद पर आ कर भूल गए है कि आपसे भी बड़ा कोई है जिसका पद और स्थान सर्वोच्च है वो है भगवान। आप जैसा करेंगे वैसा भरेंगे दुनिया के लिए होंगे आप बड़े अधिकारी, नेता और मंत्री मगर भगवान के लिए आप एक इंसान हो।
ReplyDeleteA very inspiring article for the society.👍
Thank you
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