आईना बहुत कुछ कहता है। (The Mirror says a lot.)

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** आईना आपसे क्या कहने का प्रयास करता है ?



आईना हमारे प्रतिबिंब को दर्शाता है, हमारे वास्तविक स्वरूप से हमे अवगत कराता है, लोग आईने में अपनी सूरत को निहारते है, हम कैसे दिख रहे इसका पता हमे आईने में देख कर पता चल जाता है। मगर क्या केवल अपनी सक्ल सूरत को ही निहारने में आईना हमारी मदद करता है या आईना हमे कुछ और भी कहने का प्रयास करता है जिसे हम नजरअंदाज कर देते है। 


आज हम बहुत ही खास पहलू पर विचार विमर्श करेंगे शायद इससे कुछ लोग बहुत सी गलतियों को सुधार पाएंगे जिस भूल को आज तक वो नजरअंदाज कर रहे थे। 


** क्यों बाहरी सुंदरता से कहीं बढ़कर महत्व रखता है आंतरिक सुंदरता ?



इस दुनिया में ज्यादातर लोग अपनी सूरत को निखारने में मसरूफ रहते है उन्हें ऐसा लगता है केवल बाहरी खूबसूरती और रंगत ही उन्हें सबकी प्रसंशा का पात्र बनाता है, लोग उनकी खूबसूरती को देख उनकी तरफ खींचे चले आते है, यही सोच कर ज्यादातर लोग अपनी आंतरिक सुंदरता को नजरअंदाज कर बाहरी सुंदरता को निहारने में लगे रहते है जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं, क्योकि आपका मकान यदि बाहर से साफ है और मकान का आंतरिक हिस्सा गंदा है तो इससे आपके पूरे घर में गंदगी बढ़ने लगती है।इसलिए बाहरी हिस्से को साफ करने से कोई लाभ नहीं जब तक आपका घर अंदर से साफ नहीं होता क्योकि अंदर से गंदगी को बाहर करने से बाहरी हिस्सा भी साफ हो जाता है, क्या आपने देखा है किसी को अपने घर के बाहर की गंदगी को घर के भीतर लाते हुए ? 


** धुंधले और साफ दर्पण से आप कौन सी सीख प्राप्त करते है ?



सफाई के बाद घर की गंदगी को बाहर किया जाता है और उस गंदगी को जमा नहीं किया जाता उसे उठा कर कचरे में फेक दिया जाता है, क्योकि यदि गंदगी जमा हुई तो हमे अनेको बीमारियों से ग्रसित होना पड़ सकता है जो हमारे लिए हानिकारक साबित हो सकता है जिसका सीधा असर हमारे जीवन पर पड़ सकता है।मेरे कहने का तात्पर्य यही है कि हमारा मन भी एक दर्पण है यदि इसे साफ नहीं रखा गया तो ये मैला होने लगता है जिससे हमे खुद ही अपना वास्तविक स्वरूप का पता नहीं चल पाता कि हमारी सीरत सही है या गलत। आपने देखा होगा यदि दर्पण को साफ नहीं किया जाए तो उसमे धूल पड़ जाती है और धूल के जम जाने से दर्पण धूल से ढक जाता है जिस कारण हमे दर्पण में अपना चेहरा भी सही से नहीं दिख पाता मगर जब हम दर्पण को साफ रखते है तो उस दर्पण में हमे हमारा पूरा स्वरूप उचित प्रकार दिखने लगता है। 



आईना बहुत कुछ कहता है उसे समझने का प्रयास करें। आईना हकीकत को बयान करता है उस हकीकत से रूबरू होने का प्रयास करें। आईना आपकी वास्तविक छवि को ला कर आपके समक्ष प्रस्तुत करता है उसे महसूस करने का प्रयास करें। 



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2Comments


  1. You have tried to make everyone aware of the reality of the mirror of the mind in great detail, which is quite commendable. 👍

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