एक रहस्यमय नदी जो धरती के अंदर बहती है।

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कुछ लोग आज भी किसी चमत्कार या दैवीय शक्तियों पर जल्दी विश्वास नहीं करते। मगर बिना दैवीय शक्तियों के इस धरा पर किसी का कोई अस्तित्व नहीं क्योकि यदि दैवीय शक्ति ना होती तो आज हम इस दुनिया में ना होते ना तो हमारा वजूद होता और ना तो हमारी जिंदगी होती।


एक रहस्यमय नदी जो धरती के अंदर बहती है। 


 

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1. कौन है वो रहस्यमयी नदी जो धरती के अंदर बहती है ?


हमारा संसार कई रहस्यों से भरा है, कुछ रहस्य आपके सामने आ जाते है तो कुछ रहस्य बन कर ही रह जाते है। आज हम जिस रहस्य का वर्णन करने जा रहे है वो है एक ऐसी नदी जो धरती के भीतर बहती है उस नदी का नाम है फल्गु नदी जो बिहार के पवित्र पावन गया जिले में स्थित है। ये नदी विष्णुपद के नजदीक पाई जाती है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु और भक्तों की भीड़ जमा होती है जहां सब अपने पूर्वजो का पिंड दान करने आते है। सर्वप्रथम प्रभु राम देवी सीता और लक्ष्मण यहां आए थे। ताकि रघुकुल आयोध्या प्रभु श्री राम के पूर्वजो को मोक्ष की प्राप्ति हो सके उनकी आत्मा को मुक्ति मिल सके। ऐसा पवित्र पावन धाम बस एकमात्र गया को माना गया है। 


मगर हम यहां जिस नदी की बात कर रहे है क्या वो नदी पहले से ही धरती के अंदर बहती थी या बाद में कुछ ऐसा घटित हुआ जिस कारण फल्गु नदी का जल धरती के भीतर समा गया ? आइए जानते है। 


2.क्या है फल्गु नदी का रहस्य ?


ये कथा त्रेता युग की है जब भगवान श्री राम देवी सीता और लक्ष्मण के साथ गया धाम अपने पूर्वजो का पिंड दान करने आए थे, तब श्री राम और लक्ष्मण पूजा की कुछ सामग्रियों को एकत्रित करने हेतु गए थे और देवी सीता को वही रूक कर प्रतीक्षा करने को कहा और श्री राम और लक्ष्मण वहां से चले गए तत्पश्चात ही इसी बीच श्री राम के पिता श्री दशरथ वहां प्रकट हुए उन्होंने देवी सीता से पिंड दान करने को कहा क्योकि पिंड दान का समय निकला जा रहा था तत्पश्चात देवी सीता ने श्री दशरथ का पिंड दान किया और पिंड की साक्षी के रूप में फल्गु नदी, गौ, कौआ और ब्राह्मण को रखा उनसे ये शपथ कराया कि जब प्रभु राम आएंगे तो वो इस पिंड दान की साक्षी बन कर प्रभु श्री राम के सामने प्रस्तुत होंगे। जब प्रभु श्री राम और लक्ष्मण वहां पहुंचे तो देवी सीता ने उन्हें सारा वृतांत बतलाया देवी सीता ने कहा पिंड दान की साक्षी यहां मौजूद गौ माता, कौआ, फल्गु नदी और ब्राह्मण है, जिन्होंने पिंड दान करते हुए देवी सीता को देखा था। मगर ब्राह्मण, गौ, कौआऔर फल्गु नदी ने झूठ बोल दिया जिस कारण देवी सीता ने क्रोधित हो कर चारो को श्राप दे दिया।


3. किसके श्राप के कारण फल्गु नदी का जल धरती के भीतर समाया ?


 देवी सीता ने ही फल्गु नदी को ये श्राप दिया था तुम्हारा जल धरती के अंदर समा जाएगा जिस कारण आज भी फल्गु नदी का जल बाहर दिखाई नहीं देता जब जल की आवश्यकता होती है तो रेत की खुदाई करवा कर जल को बाहर लाया जाता है। 





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  1. I really liked the information you provided and after hearing it, I am now feeling like visiting that holy place.👍

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