सब कुछ पैसा ही नहीं होता, क्योकि पैसे से तुम सब कुछ नहीं ख्ररीद सकते। मान लिया एक आलिशान बंगला हैं,महंगी गाड़ियां हैं,हीरे जवाहरात सब कुछ मौजूद हैं, मगर जो तुम्हे हकीकत में चाहिए वो वहां मौजूद ही नहीं,क्योकि उसे तुम पैसे से नहीं खरीद सकते,वो तो तुम्हे स्वतः ही प्राप्त हो जाएगा यदि उसे प्राप्त करने वाला उसके लायक बन जाएगा।
वो कोई बाजार का वस्तु नहीं, जिसे कहीं से भी प्राप्त कर लिया जाए, वो तो अनमोल हैं जिसे आजतक कोई ना ही खरीद सका और ना ही कभी खरीद सकेगा वो हैं एक सच्चा जीवनसाथी, जीवनसाथी वो होता हैं जिसका जुड़ाव तुम्हारे जीवन से होता हैं,तुम्हारा हर सुख-दुःख का जो भागीदार होता हैं।
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1. संसार का असली सुख कहां है ?
जिसके रहने से तुम्हारी उदासी दूर हो जाए,जिसके जाने से जिंदगी वीरान हो जाए,ये एहसास एक सच्चे जीवनसाथी के साथ ही हो सकता है।जहां तक मेरा अनुभव कहता हैं,जीवनसाथी जो तुम्हे कभी अकेला महसूस ना होने दे, जो बिना कहे तुम्हारे दिल की हर बात जान जाए,कौन सी बात तुम्हे तकलीफ पंहुचा सकती हैं और कौन सी बात तुम्हे नाराज कर सकती हैं ?
यदि उसे इस बात का एहसास हो और वो तुम्हे कभी किसी शिकायत का मौका ना दे, लाखो की भीड़ में भी जिसे बस तुम्हारा ख्याल हो, भीड़ में भी जिसकी नजरे बस तुम्हे देखती हो,यदि ऐसा कोई तुम्हारी जिंदगी में हैं तो तुमसे ज्यादा खुशनसीब कोई अन्य हो ही नहीं सकता।समझ लेना दुनिया की सारी दौलत तुम्हारे कदमो में आ चुकी हैं।अब तुम्हे कुछ भी हासिल करने की जरुरत नहीं, जिस सुख की तलाश में तुम आज तक इधर-उधर घूमते रहे वो सच्चा सुख तुम्हे प्राप्त हो चुका हैं।
ये कलयुग हैं ऐसा जीवनसाथी मिलना आज की तारीख में असंभव सा प्रतीत होता हैं, मगर ऐसा नहीं की कुछ भी संभव नहीं। जो उस सच्चे सुख को प्राप्त करने के काबिल होता हैं उसे वो स्वतः ही प्राप्त हो जाता हैं। जरुरी नहीं इस बदलते युग में, मतलबी दुनिया में हर कोई एक जैसा हो। एक नाम के कई इंसान हो सकते हैं,मगर हर इंसान एक जैसा नहीं होता।
यदि हर कोई एक जैसा होता,तो इस दुनिया में बस बुराई होती तो अब तक ये संसार खत्म हो गया होता। आज भी कुछ अच्छे लोग हैं जिनके पुण्य कर्म से ईश्वर ने सबको एक मौका दिया हैं ताकि वो अपनी भूल सुधार सके, अच्छे लोगो के संपर्क में रहकर उनसे कुछ सीख सके। एक इंसान की गलती की सजा सबको नहीं दिया जा सकता क्योकि ये नाइंसाफी होगी,और ईश्वर कभी भी इंसाफ से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए यदि तुम्हारी सोच अच्छी हैं,तुम्हारे कर्म नेक हैं तो तुम्हे जीवन का सच्चा सुख अवश्य प्राप्त होगा।
2. ऐसा क्या है जिसे पैसे से नहीं खरीदा जा सकता ?
पैसा आज तुम्हारे पास हैं कल किसी और के पास होगा, किस पैसे के लिए तुम अपने अनमोल रिश्ते को दांव पर लगा रहे हो, वो पैसा जो आज तुम्हारे हाथ में हैं, कल किसी अन्य के हाथ में होगा,फिर किसी दूसरे के हाथ में होगा, ऐसे पैसे के लिए अपने जीवन का सच्चा सुख तुम खोने जा रहे हो,जिसका अपना कोई सही ठिकाना नहीं।
बढ़ती उम्र और गुजरा वक्त कभी लौटकर नहीं आता, इसलिए समय रहते अपने जीवनसाथी की कद्र करना सीख जाए। हर वक्त काम के बहाने खुद को काम में व्यस्त रखना और जिसने अपना सारा वक्त और अपनी जिंदगी तुम्हारे नाम करदी तुम उसी की परवाह यदि नहीं करते तो तुमसे ज्यादा बदनसीब कोई अन्य हो ही नहीं सकता।