भाग्य को आजमाना हर किसी के बस की बात नहीं क्योकि भाग्य को वही आजमा सकता है जिसे भाग्य से ज्यादा खुद पर भरोसा होता है।आप हर दिन एक नई उमंग के साथ जागते हो, समय किसी का एक समान नहीं रहता क्योकि परिवर्तन इस संसार का नियम है। कुछ लोगो का कहना है कि मैंने आज तक किसी का बुरा नहीं किया मैंने हमेशा सबके लिए अच्छा सोचा है, मगर ना जाने क्यों मेरे साथ ही बुरा होता है, मेरा नसीब ही खराब है।
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1. आपके ही अंदर बसा है आपका शत्रु।
कुछ लोग बड़े पद और बड़ी जिम्मेदारी पा कर अभिमानी हो जाते है, जिससे अनेको भूल जाने-अनजाने वो कर जाते है, मगर जब उन्हें ठोकर लगती है तो वो वापस अपने पद और जिम्मेदारी से हट कर अपने अधिकार को गवा देते है, इसलिए सभी मनुष्य को एक दूसरे के हर दर्द और तकलीफ को समझना बेहद जरुरी होता है, तुम एक साधारण मनुष्य ही हो भले ही तुमने बड़ा पद हासिल कर लिया तुम अपने इशारों पर दूसरे लोगो को नचा सकते हो मगर भगवान को नहीं, ये मत भूलो तुम्हारी बागडोर भी किसी और के हाथो में है वो चाहे तुम्हे अपनी इशारों पर घुमा सकता है।
मैंने हमेशा से इस दुनिया को एक ही नजर से देखा है,मेरे लिए अमीर और गरीब दोनों एक समान है, चाहे मैं कितने भी बड़े पद को ग्रहण कर लू मगर मेरे पांव सदैव जमीन पर ही रहेंगे आसमान पर नहीं फिर किस बात का अभिमान होता है कुछ लोगो को जो वो दूसरो को खुद से छोटा समझते है।
माता-पिता और कुटुंब ही हमारे लिए सब कुछ होते है, हमे रिश्तो में कभी कोई मनमुटाव नहीं रखना चाहिए हर रिश्ता सम्मान और विश्वास के बुनियाद पर ही टिका होता है, पैसा सब कुछ नहीं होता,पैसे से कहीं बढ़ कर आपके लिए आपका परिवार होता है,क्योकि पैसा तो दोबारा आ जाएगा मगर जो रिश्ता टूट गया वो दोबारा पहले की तरह नहीं जुड़ पाएगा। इसलिए अहंकार को कभी अपने रिश्ते के बीच में ना आने दे।
मुझे ज्यादा मशहूर होने या नाम कमाने का शौक नहीं क्योकि मुझे बेहतर पता है मैं कौन हूँ और मुझसे बेहतर मेरे परिवार को पता है मैं कौन हूँ और कैसी हूँ और बहुत जल्द ये दुनिया भी जान जाएगी मैं कौन हूँ।
2. खुद को सबसे बड़ा समझना अहंकार को जन्म देता है।
ऊंचे पद को सब हासिल कर लेते है,मगर उस ऊंचाई पर बैठ कर सब कुछ संभाल पाना सबके बस की बात नहीं होती, क्योकि अधिक ऊंचाई से आपको आपसे नीचे खड़े लोग आपकी नजरो को छोटे नजर आते है, मगर गलती उन लोगो की नहीं है आपकी नजरो की है क्योकि यदि आपको पता हो कि आप ऊंचे स्थान से यदि नीचे खड़े लोगो को देखोगे तो वो आपको छोटे ही नजर आएंगे मगर यदि आप उनकी बराबरी में खड़े हो कर उनको देखने का प्रयास करोगे तो उनमे और आपमें कोई फर्क आपको नहीं दिखेगा।
अपनी सोच को बड़ा करे,चाहे आपका पद कितना भी बड़ा क्यों ना हो आपको भी बाकि लोगो की तरह ही भगवान ने बनाया है,आप कोई अमृत का प्याला पी कर इस दुनिया में नहीं आए फिर किस बात का अहंकार करना ?